लेखनी कहानी - एक गाँव, जो सायो के डर से आज भी नहीं सोता - डरावनी कहानियाँ
एक गाँव, जो सायो के डर से आज भी नहीं सोता - डरावनी कहानियाँ
एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे है जहा के लोग साए के डर में रात भर नहीं सो पाते है | शाम ढलते ही उस गाँव के लोग अपने घरो के दरवाज़े बंद कर लेते है और कुछ लोग उस गाँव के मंदिर में अपनी सलामती के लिए प्रार्थना और भजन कीर्तन करने लग जाते है | उस गाँव के लोगो को लगता है कि रात को रूहानी ताकते उन्हें परेशान कर सकती है | ऐसा क्या है इस गाँव का रहस्य और कौन इन्हें परेशान कर रहा है आइये आपको विस्तार से बताये |
ये मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का निरगुड गाँव है | इस गाँव में दिन तो सामान्य होते है लेकिन राते डरावनी हो जाती है | सूरज ने जैसे ही आँखे बंद की , यहाँ के लोगो में खौफ दौड़ने लग जाता है | रात को बुरी आत्माए लोगो में इस कदर भर जाती है कि दिन में उजाले में भी लोग इनकी बाते करके सहम जाते है | यहा के स्थानीय लोगो को उनके परिवार वाले रात को खेत पर जाने से मना करते है और रात को बिजली भी केवल दो घंटे ही रहती है | घर के कोने में बैठकर लोग रात गुजारते है और रात भर भगवान से ये दुआ करते है कि खौफ का वो साया उनके आस पास भी ना भटके और ना ही कोई रूहानी ताकत उनके घर तक दस्तक दे |
चाहे अमावस की रात हो या पूर्णिमा , रात ढलते ही मंदिरों में लोग भजन कीर्तन के लिए निकल जाते है और दुसरी तरफ घरो में कुंडिया लग जाती है | गलियों में धड़कन बढ़ा देने वाला सन्नाटा छा जाता है | अगर वो सन्नाटा कभी टूटता है तो कुछ रहस्यमयी आवाजे सुनाई पड़ती है | आखिर क्या है ये अनजाना डर ?? कौन है इस गाँव में जो रात होते ही घर की कुंडिया खटखटाने लगता है | कौन है वो भूत जिसके डर में गाँव के 2 हजार लोग बेबस और लाचार हो जाते है ??
इसके सच को तलाशने के लिए आज तक की टीम इस गाँव में पहुची | इस टीम में इंडियन परनोर्मल सोसाइटी के गौरव तिवारी और उनके दो साथी भी थे | उन्होंने रात भर उस गाँव की पड़ताल की | इसके लिए उन्होंने अपने पास गैजेट्स से उनके बारे में पता लगाने की कोशिश की और उन्हें पता चला की EMF रीडर की रीडिंग बहुत ज्यादा थी |